Solar System in Hindi | सौरमंडल की संरचना और उसकी विशेषताएं

 

Solar System in Hindi | सौरमंडल की संरचना और उसकी विशेषताएं

    सौर परिवार हमारी सौरमंडल यानी सूर्य के चारों ओर विस्तृत होता है। यह सौरमंडल का सबसे महत्वपूर्ण और प्रमुख घटक है जिसके अंतर्गत धरती, सूर्य, क्षुद्र ग्रह और उनके उपग्रह होते हैं। यहां हम आपको सौर परिवार की विस्तृत जानकारी देंगे और इसकी महत्वपूर्ण विशेषताओं को देखेंगे। सौर परिवार के घटकों में से एक सूर्य है। सूर्य हमारे सौर मंडल का केंद्र है और सौर परिवार के सभी ग्रह उसके आस-पास घूमते हैं। इस लेख में हम सौर परिवार के विभिन्न घटकों के बारे में चर्चा करेंगे

    Solar system in hindi

    सौर परिवार की विस्तृत जानकारी

    सौर परिवार की संरचना

    सौर परिवार एक विस्तृत समूह है जो सूर्य के चारों ओर फैला हुआ है। इसमें सूर्य, 8 ग्रह और उनके उपग्रह शामिल हैं। ये ग्रह मानव जीवन के लिए विशेष महत्त्व रखते हैं, जो कि समुद्री, जीवन और समय की समझ में मदद करते हैं।

    सौर परिवार में शामिल ग्रह

    बुध (Mercury)

    शुक्र (Venus)

    पृथ्वी (Earth)

    मंगल (Mars) 

    बृहस्पति (Jupiter)

    शनि (Saturn)

    अरुण (Uranus)

    वरुण (Naptune)

    सौर परिवार में शामिल उपग्रह

    चन्द्रमा (Moon):-

           चन्द्रमा हमारी प्यारी पृथ्वी का उपग्रह है, जो पृथ्वी के चारो और चक्कर लगाता है | यह हमें रात्रि को दिखाई देता है और ये रात्रि के आकाश में सर्वाधिक प्रदीप्त होता है| जब चन्द्रमा पूरा दिखाई देता है तब पूर्णिमा होती है | उसके बाद यह वापस से धीरे – धीरे कम दिखाई देने लगता है | और पंद्रह दिनों के बाद बिलकुल नहीं दिखाई देता तब उसे अमावस्या कहते है|

    अमावस्या के अगले दिन चंद्रमा छोटा सा दिखाई देता है, इसे बाल चन्द्र कहते है|इसके बाद प्रतिदिन चंद्रमा बड़ा होता जाता है|पन्द्रहवे दिन वापस पूरा चमकीला चाँद दिखाई देता है |इस प्रकार से बनाने वाली चन्द्रमा की आकृतियों को चंद्रमा की कलाए कहते है|

         एक पूर्णिमा से अगली पूर्णिमा तक कुल 29 दिन से कुछ अधिक होता है| परन्तु बहुत से लोग इसे पुरा माह मानते है|चंद्रमा के पास अपना खुद का प्रकाश नही होता यह सूर्य के प्रकाश के कारण चमकता है, और हम सिर्फ वाही हिस्सा देख पाते है जिस पर सूर्य का प्रकश रिफ्लेक्ट होकर पृथ्वी पर पहुचता है|यह भी अपने अक्ष पर गुर्णन करता है|

    डीमोस और फोबोस :-

       यह मंगल के उपग्रह है, जिस में से डीमोस सबसे छोटा उपग्रह है|

    गेनिमिड:-

      बृहस्पति का उपग्रह है, जो सबसे बड़ा उपग्रह है|


    सौर परिवार की विशेषताएं

    सौर परिवार में सूर्य की भूमिका

    सूर्य सौर परिवार का सबसे महत्वपूर्ण घटक है। सौर परिवार के सभी ग्रह और उनके उपग्रह सूर्य के चारों ओर घूमते हैं और सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्ति उन्हें अपनी ओर खींचती है। सूर्य पृथ्वी के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो हमें ऊर्जा प्रदान करता है और जीवन को संभव बनाता है।

     सौर परिवार में ग्रहों की संख्या

    सौर परिवार में ग्रहों की कुल संख्या 8 होती है। इनमें से 4 ग्रह बुध,शुक्र, पृथ्वी, मंगल शामिल होते हैं जो सभी धरती से दृश्य में नजर आते हैं। शेष ग्रह यानि शनि , जुपिटर,युरेनस, नेपचून, और सूर्य के चारों ओर घूमते हुए ग्रह गैसीय ग्रह होते हैं।

     

    ग्रहों की विशेषताएं

    बुध(Mercury):-

         सूर्य का निकटतम ग्रह है| यह सबसे छोटा ग्रह है| इसका कोई भी उपग्रह नही है तथा इस पर वायुमंडल भी नहीं होता है| इसे सूर्योदय से पहले तथा सूर्योदय के बाद क्षितिज पर देखा जा सकता है, तथा इसका परिक्रमण काल सबसे छोटा होता है|

    शुक्र (Venus):-

          शुक्र ग्रह, बुध के बाद सूर्य के सबसे निकट है| इस ग्रह पर सल्फुरिक एसिड और कार्बन – डाई – ओक्साइड के बदल पाए जाते है , जिसके कारण यह बहुत ही गर्म हो जाता है| यह पृथ्वी के आकार और भार के बराबर होने के कारण पृथ्वी का जुड़वा ग्रह कहलाता है|इसे पृथ्वी की बहन भी कहा जाता है|इसे भोर का तारा और सांज का तारा भी कहते है| बुध के समान इसका भी कोई उपग्रह नही है|

    पृथ्वी(Earth):-

          पृथ्वी एक ठोस ग्रह है जो सौरमंडल का तीसरा ग्रह है। यह सबसे बड़ा ग्रह नहीं होता है लेकिन इस पर जीवन की संभावनाएं सबसे अधिक होती हैं।इसे नीला ग्रह भी कहते है क्योकि इसकी 71% सतह पर पानी भरा होता है|यह सूर्य की परिक्रमा पूरी करने में 365 दिनों का समय लेती है, जिससे वर्ष का निर्माण होता है| यह अपने अक्ष पर 24 घंटे में एक घूर्णन करती है जिससे दिन का निर्माण होता है|पृथ्वी का उपग्रह चन्द्रमा है|

    मंगल (Mars):-

          इसे लाल ग्रह भी कहते है, क्योकि इसकी मिटटी में लोह ओक्साइड की मात्रा पाई जाती है|इसके दो उपग्रह डीमोस और फोबोस है|यह सौर मंडल का दूसरा छोटा ग्रह है| इस ग्रह पर जीवन की संभावनाओ को जानने के लिए विभिन्न प्रकार की कंपनियों द्वारा कई मिशन भी चलाये गए है|

    बृहस्पति (Jupiter):-

             सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह है,जिसके अबतक खोजे गए 79 उपग्रह है|यह एक गैसीय ग्रह है, जिसमे मुख्यत हाईड्रोजन और हीलियम है|इसके सबसे बड़े ग्रह का नाम गेनिमिड है|जो सम्पूर्ण सौर मंडल में सबसे बड़ा उपग्रह है| इसके युरोपा ग्रह पर पानी की सम्भावना है|यह सौर मंडल का सबसे भारी और विशालतम ग्रह है|

    शनि (Saturn):-

           सौर मंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है| इसके चारो और स्पष्ट सुन्दर वलय पाई जाती है| यहाँ हाईड्रोजन, हीलियम तथा मीथेन गैस पाई जाती है| इसका घनत्व पानी से भी कम होता है, जिससे यदि इसे पानी में गिराया जाये तो तैरने लगता है|इसका रंग पीला है|इसके ज्ञात उपग्रहों की संख्या 53 है|

    अरुण (Uranus):-

         इस ग्रह को सन 1781 में विल्लियम हर्शल द्वारा दूरबीन से खोजा गया था|इस ग्रह के ज्ञात 27 उपग्रह है|

    वरुण (Naptune):-

         इस ग्रह पर सर्वाधिक तुफान उठते है |यह सूर्य से सर्वाधिक दुरी पर स्थित ग्रह है|यह एक बर्फीला ग्रह है|

    विशेष

        सन 2006 तक हमारे सौर मंडल में यम(Pluto)सहित 9 ग्रह थे | परन्तु प्लूटो द्वारा अन्य ग्रहों के पथ काटने के कारण इसे ग्रहों की श्रेणी में से हटा दिया गया|तब से सौर परिवार में केवल 8 ग्रह ही है|

           यह निर्णय 24 अगस्त 2006 को अंतराष्ट्रीय खगोलशास्त्री संघ के प्राग सम्मलेन में लिया गया|जिसके तहत निम्न श्रेणिया तय की गई:-

         ग्रह:- कुल 8 ग्रह माने गए जिस में से प्रथम चार ग्रह बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल को धरातल माना गया और अंतिम चार ग्रह बृहस्पति,शनि, अरुण, वरुण, को गैस के बने भारी ग्रह माना गया|

         बोने ग्रह:- 

          यम , एरिज और सीरिज|

       लघु सौर मंडलीय पिंड :-

         इस में ज्ञात 166 उपग्रह, क्षुद्र पट्टी,धूमकेतु,उल्काए,ग्रहों के बीच की धुल आदि को माना गया|

    तारे

    तारे ब्रह्मांड में पाए जाने वाले धमाकेदार सौंदर्य के साथ उज्ज्वल बिंदु होते हैं। ये अस्थिर दिखते हैं, लेकिन वास्तविकता में ये धरती से बहुत दूर होते हैं। तारों की संख्या लगभग असंख्य होती है और वे अलग-अलग आकार और उम्र के होते हैं। ये हमारी ब्रह्मांडिक परिसर की रचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

    तारों के अलावा भी ब्रह्मांड में अनेक रहस्यमय वस्तुएं होती हैं, जो वैज्ञानिकों के लिए अभी भी अनसुलझे हैं। तारों के बारे में अध्ययन करने से हमें बहुत सी जानकारियां मिलती हैं जो हमारे विज्ञान विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वैज्ञानिकों द्वारा की जाने वाली अध्ययन विधियों से तारों की उम्र, आकार, तापमान, रंग, संरचना, गति और दूरी आदि जानकारियों का पता लगाया जाता है। इन जानकारियों से हमें बहुत सारी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलती हैं जो आगे के अध्ययनों में बहुत मदद करती हैं।

    इसके अलावा, तारों के बीच विभिन्न सम्बन्ध होते हैं जो एक दूसरे को अपनी गुरुत्वाकर्षण शक्ति से आकर्षित करते हैं। इन सम्बन्धों के बारे में भी अध्ययन करने से हमें बहुत सी जानकारियां मिलती हैं जो हमारे वैज्ञानिक ज्ञान को बढ़ाती हैं।

    तारों के सम्बन्ध में एक और रोचक बात है कि उनमें से कुछ तारे हमारी धरती से बहुत अधिक दूर होते हैं, जिन्हें देखने के लिए हमें बिना बाइनोक्युलर टेलीस्कोप के भी उन्नत तकनीक की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, तारों के बारे में विभिन्न धार्मिक और धारणात्मक मान्यताएं भी होती हैं।

           तारों के बारे में जानकारी बढ़ाने के लिए नासा जैसे अनेक संगठनों द्वारा भी अध्ययन किया जाता है। इन संगठनों के द्वारा निकटतम तारों के दूरी, आकार, उम्र आदि का पता लगाया जाता है। इन संगठनों के द्वारा किए गए अध्ययन से हमें बहुत सी नई जानकारियां मिलती हैं, जो विभिन्न विज्ञान विषयों में मदद करती हैं।

     इसी प्रकार कुछ ज्ञात तारामंडल 

    1. ग्रेट बेयर :-

          इसे सप्तर्षि मंडल, अरसा मेजर, बिग डिपर आदि नामो से जाना जाता है| यह सबसे विख्यात तारामंडल है, इसमें सात तारो का समूह होता है जो किसी कलछी की तरह स्थित होते है| इस कलछी के हते में तिन तारे और प्याली में चार तारे होते है|


    इस तारा मंडल में सभी तारे स्पष्ट होते है|इसे गर्मियों में रात्रि में प्रथम पहर में देख सकते है|वस्तव में ये सभी तारे ध्रुव तारे की परिक्रमा करते प्रतीत होते है|   

              

    2. ओरायन :-

       यह एक विख्यात तारामंडल है| जो सर्दी की मध्यरात्रि में दिखाई देता है|यह एक भव्य तारामंडल है|इसमें सात अथवा आठ चमकीले तारे होते है| ओरायन को शिकारी भी कहते है,इसके मध्य में तिन तारे लाइन में होते है जिसे शिकारी की बेल्ट (Orayan’s belt ) कहते है|

    चार चमकीले तारे चतुर्भुज के रूप में व्यवस्थित दिखाई देते है|आकाश में चमकीला तारा सिरियस इसके निकट दिखाई देता है|इसे देखने के लिए ओरायन की बेल्ट के मध्य में एक लाइन की कल्पना कीजिये|

    3. केसियोपिया :-

    इसकी आकृति W या विकृत M जैसी होती है| यह तारा सर्दी की मध्यरात्रि के पहर में दिखाई देता है|

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    सौर परिवार में ग्रहों की रिसर्च और खोज

    सौर परिवार में अनेकों रिसर्च और खोज हुए हैं। इसमें से एक अनुसंधान हमारे पृथ्वी के नेतृत्व में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(ISRO) द्वारा किया गया था। चंद्रयान मिशन के दौरान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(ISRO) ने चंद्रमा की सतह की जाँच और अध्ययन किया। इसके अलावा सौर परिवार के अन्य ग्रहों की भी जाँच और अध्ययन किए गए हैं।

     

    सौर परिवार के ग्रहों से सम्बंधित रोचक तथ्य

       इस सौर परिवार से संबंधित कुछ रोचक तथ्य हैं। सौर परिवार में सबसे बड़ा ग्रह जुपिटर है। जुपिटर ग्रह इतना बड़ा है कि इसमें दो बड़े ग्रह शनि और यूरेनस आसानी से घुस जाते हैं। शुक्र ग्रह सबसे अधिक तापमान वाला ग्रह है। इसके अलावा शनि ग्रह पर घूमते हुए कई चक्रवाती रिंग होते हैं।

    हमारी पृथ्वी जैसे कई ग्रह जलवायु बदलते हुए हैं। सूर्य के चारों ओर घूमते हुए ग्रह सूर्य की उर्जा को अपने पास रखते हैं और उसका उपयोग करते हैं। सौर परिवार में मंगल ग्रह पृथ्वी के बाद सबसे संभव है कि उसपर मानव निवास करेंगे।

    सौर परिवार की विस्तृत जानकारी

    सौर परिवार में संभवतः 8 ग्रह होते हैं, जो हमारे सौरमंडल में स्थित हैं। इनमें से 4 ग्रह अन्य ग्रहों से बहुत अलग होते हैं और बाकी के 4 ग्रह गैसीय ग्रह होते हैं। सौर परिवार के ग्रह एक-दूसरे से बहुत अलग होते हैं और उनके मौसम, तापमान, आकार और घनत्व भी अलग-अलग होते हैं। सौर परिवार के ग्रहों की दूरी भी एक-दूसरे से अलग-अलग होती है।

    सौर परिवार में छोटे ग्रहों का महत्व

    सौर परिवार में छोटे ग्रह भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। छोटे ग्रहों की दुनिया में अनेकों मानवों ने जाँच की और उनकी अध्ययन किया है। उनमें से अनेक ग्रहों पर भी मानव निवास के उद्देश्य से काम कर रहे हैं। यह वहाँ संभव है कि हम पृथ्वी के जीवन को बचाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली नई ऊर्जा स्रोतों की खोज करेंगे।

     अंतिम शब्द

    सौर परिवार हमारी धरती से बहुत अलग है। यहाँ अनेक ग्रह हैं जो हमारे जीवन से बहुत अलग होते हैं। हालांकि, सौर परिवार में उपलब्ध विभिन्न ग्रहों के अध्ययन से हमें बहुत सी नई जानकारियां मिलती हैं। इससे हमें पृथ्वी के लिए उपयोगी नई तकनीकों और उनकी खोज में मदद मिल सकती है।

    अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

    Ques.1 सौर परिवार में कुल कितने ग्रह हैं?

    Ans. सौर परिवार में संभवतः 8 ग्रह होते हैं।

    Ques.2 सौर परिवार के कौन-कौन से ग्रह पृथ्वी के जैसे होते हैं?

    Ans. सौर परिवार में वृहद ग्रह पृथ्वी जैसे होते हैं। इसके अलावा, मंगल ग्रह पृथ्वी के बाद सबसे संभव होता है कि उसपर मानव निवास करेंगे

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