अम्ल और क्षार ll Acid and base

 अम्ल ll Acid


अम्ल एक रासायनिक पदार्थ होता है जो सामान्य रूप से हाइड्रोजन योग्य एवं हाइड्रोजन असंयोज्य धातुओं के साथ युक्त होता है। इसका रासायनिक सूत्र H+ होता है। अम्ल शब्द संस्कृत से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है ‘अति-तीव्र तीव्रता वाला या अति-तीव्र तीव्रता वाले पदार्थों में से एक’।


अम्ल विभिन्न उद्भिदों, जीवों, खाद्य एवं औषधियों में पाया जाता है। अम्ल के कुछ मुख्य स्रोत शामिल हैं - नींबू, अमरूद, टमाटर, आम, अंगूर, आंवला, सेब, अनार आदि। इसके अलावा, यह धातु लोहे के स्रोतों में भी पाया जाता है।


अम्ल कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है। यह एंटीऑक्सिडेंट होता है जो रोगों से लड़ने में मदद करता है। अम्ल शरीर के विभिन्न हिस्सों में और उनमें से कुछ हैं - खून, मांसपेशियों, हड्डियों, वसा आदि को सुरक्षित रखता है।

  एक अन्य प्रकार का अम्ल जिसे लेक्टिक अम्ल कहा जाता है,हमारी मांसपेशियों में बनता ही जिसके कारण हमे थकावट और जोड़ो में दर्द महसूस होता है।यह अम्ल अत्यधिक परीश्रम करने के कारण बनता है।

अम्लो के प्रकार:—HCL(हाइड्रोक्लोरिक अम्ल),HNO3(नाइट्रिक अम्ल),H2SO4(सल्फ्यूरिक अम्ल)



क्षार ll Base

क्षार एक रासायनिक पदार्थ होता है जो अम्लों से भिन्न होता है। इसका रासायनिक सूत्र OH- होता है। क्षार एक आयोन होता है जो धातु एवं अम्लों से अलग होता है। क्षार शब्द संस्कृत से लिया गया है जिसका अर्थ होता है ‘लवण जैसा पदार्थ या लवण जैसे पदार्थों में से एक’।


क्षार विभिन्न पदार्थों में पाया जाता है, जैसे कि सोडियम क्षार, पोटेशियम क्षार, अमोनियम क्षार, मैग्नीशियम क्षार आदि। इनमें से कुछ क्षार अन्य रासायनिक पदार्थों के साथ उपयोग किए जाते हैं जैसे कि सोडियम क्षार जो सोडियम कार्बोनेट के रूप में प्रयोग में लाया जाता है।


क्षार के अनेक उपयोग होते हैं। यह जीवों एवं पादपों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्षार शामिल होता है धातु जैसे की कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस आदि के अधिकतम मात्रा में जोड़ने में मदद करता है।

क्षार के प्रकार:—NAOH(सोडियम हाइड्रोक्साइड),KOH (पोटेशियम हाइड्रोक्साइड)

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.